Lesson 12 भारतीय गणित -1
1- भारतीय गणित
गणितीय गवेषणा का महत्वपूर्ण भाग भारतीय उपमहाद्वीप में उत्पन्न हुआ है। संख्या, शून्य, स्थानीय मान, अंकगणित, ज्यामिति, बीजगणित, कैलकुलस आदि का प्रारम्भिक कार्य भारत में सम्पन्न हुआ। गणित-विज्ञान न केवल औद्योगिक क्रांति का बल्कि परवर्ती काल में हुई वैज्ञानिक उन्नति का भी केंद्र बिन्दु रहा है। बिना गणित के विज्ञान की कोई भी शाखा पूर्ण नहीं हो सकती। भारत ने औद्योगिक क्रांति के लिए न केवल आर्थिक पूँजी प्रदान की वरन् विज्ञान की नींव के जीवंत तत्व भी प्रदान किये जिसके बिना मानवता विज्ञान और उच्च तकनीकी के इस आधुनिक दौर में प्रवेश नहीं कर पाती। विदेशी विद्वानों ने भी गणित के क्षेत्र में भारत के योगदान की मुक्तकंठ से सराहना की है।
1- भारतीय गणित
गणितीय गवेषणा का महत्वपूर्ण भाग भारतीय उपमहाद्वीप में उत्पन्न हुआ है। संख्या, शून्य, स्थानीय मान, अंकगणित, ज्यामिति, बीजगणित, कैलकुलस आदि का प्रारम्भिक कार्य भारत में सम्पन्न हुआ। गणित-विज्ञान न केवल औद्योगिक क्रांति का बल्कि परवर्ती काल में हुई वैज्ञानिक उन्नति का भी केंद्र बिन्दु रहा है। बिना गणित के विज्ञान की कोई भी शाखा पूर्ण नहीं हो सकती। भारत ने औद्योगिक क्रांति के लिए न केवल आर्थिक पूँजी प्रदान की वरन् विज्ञान की नींव के जीवंत तत्व भी प्रदान किये जिसके बिना मानवता विज्ञान और उच्च तकनीकी के इस आधुनिक दौर में प्रवेश नहीं कर पाती। विदेशी विद्वानों ने भी गणित के क्षेत्र में भारत के योगदान की मुक्तकंठ से सराहना की है।
2- वैदिक गणित सवाल 2
वैदिक गणित निखिलम् सूत्र
वैदिक गणित निखिलम् सूत्र द्वारा एक साथ 3 संख्याओं की गुणा करना (vedic maths nikhilam multiply 3 numbers) :
ऐसा केवल वैदिक गणित में ही संभव है | अब 2 भी 3 संख्याओं का गुणा भी एक साथ किया जा सकता है |
इस पुरे सूत्र को हम आगे एक उदाहरण के माध्यम से सीखाने का प्रयास करेंगे आशा है कि ये सूत्र आपको पसंद आएगा |
अब हम निखिलम् सुत्र के द्वारा 100 को आधार संख्या मानकर गुणा के कुछ सवाल हल करने की विधि को जानने की
कोशिश करेंगे |
3-वर्ग एवं वर्गमूल
pdf देखें……
Lesson 12 भारतीय गणित -1
2- वैदिक गणित सवाल 2
3-वर्ग एवं वर्गमूल
विडियो देखें……
https://www.youtube.com/watch?v=UtutwVW1NmY
https://www.youtube.com/watch?v=ie63gAeWWcs